नफरत से जो आग लगाए
वो खुद जले साथ
प्यार से तो दिल पिगलें
और भुजे आग
कोन अपना कोन पराया
जाने ना कोई
अंत समय जो काम आए
सो ही अपना होय
दोस्तों का पूछते रहो हाल
कोई तो हो अपना भी
जो याद करे अपने आप
कल और आज मै फरक है
होना भी चाहिए
कुदरत भी साथ देती है
इरादे नेक होने चाहिएं
सोच में डूबे रहने से काम नहीं बनते
घर से बाहर तो निकलना पड़ता है
कुछ पाने के लिए।
वो खुद जले साथ
प्यार से तो दिल पिगलें
और भुजे आग
कोन अपना कोन पराया
जाने ना कोई
अंत समय जो काम आए
सो ही अपना होय
दोस्तों का पूछते रहो हाल
कोई तो हो अपना भी
जो याद करे अपने आप
कल और आज मै फरक है
होना भी चाहिए
कुदरत भी साथ देती है
इरादे नेक होने चाहिएं
सोच में डूबे रहने से काम नहीं बनते
घर से बाहर तो निकलना पड़ता है
कुछ पाने के लिए।
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